1AC, 2AC, 3AC, SL, CC, 2S कोच क्या होते है
जब भी ट्रेन की टिकट बुक करते या करवाते हैं, टिकट में कोच नंबर दिया होता है, जोकि S 1 से S 11, 1AC से 3AC और General कोच नंबर जोकि 2S से प्रदर्शित होता है जनरल श्रेणी में 4 कोच होते हैं. परंतु इस पोस्ट में हम केवन AC और स्लीपर कोच के बार में बताएंगे।
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1AC ( First Class Ac) Coach Details In Hindi | 1 ए.सी कोच केसा होता है -
1AC कोच भारतीय रेन का सबसे आरामदायक और सभी प्रकार की VIP सुविधा जैसे एयर कंडीशनर, स्नान घर, मुफ्त का स्वादिष्ट भोजन, पानी की बोतल ले न्यू स्टेंड, कूड़ेदान, दर्पण इत्यादि सुविधाओ से भरपूर कोच है इस कोच में साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जाता है 1AC का किराया 5,000 से 10,000 तक हो सकता है यह दूरी पर निर्भर करता है। इसमें दो प्रकार के कोच होते है 1. कपल कोच, 2. केबिन कोच। टिकट बुक करते समय यह विकल्प दिया जाता है। सुविधा अनुसार चयन करें।
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(i). कपल कोच इन 1 AC
कपल कोच में केवल दो सीटें, एक लोवर और एक अप्पर सीट होती है। और एक कूड़ेदान भी होता है। एक बड़ा दर्पण, कंबल, तकिया और एक तौलिया की सुविधा दी जाती है गोपनीयता के लिए कांच का दरवाजा और अंदर की तरफ पर्दा भी होता है। इस कोच में कुंदी भी लगा सकते है।
(ii) कैबिन कोच इन 1AC
कैबिन कोच के एक कोच में चार यात्रियों के लिए सीट होती है जिसमे दो लोवर सीट आमने- सामने, और दो अप्पर सीट आमने सामने होती है। एक छोटा दर्पण, प्रत्येक सीट के लिए एक कंबल, तकिया और टोलिया की सुविधा दी जाती है। गोपनीयता के लिए कांच का दरवाजा, कुंदी और पर्दा भी होता है
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2AC (2 Tier) Coach
यह 2A के नाम से भी जाना जाता हैं यह 1AC की तरह ही फूल एयर कंडीशनर से युक्त होता है परंतु इस कोच में छः सीटें होती है जिसमे 2 लोवर सीट, 2 अप्पर सीट होती है और 2 साइड सीटें होती है इस कोच में कंबल, तकिया और टोलिया भी दिया जाता है। गोपनीयता के लिए केवल पर्दा दिया जाता है। 1AC की तरह दरवाजा और कुंंदी नही होती।
3AC (3 Tier) Coach
3AC कोच जोकि 3A के नाम से भी जाना जाता है। यह कोच पूरी तरह से एयर कंडीशनर से युक्त होता है। इस श्रेणी के डब्बे के एक कैबिन में आठ सीटें होती है। 2 लोवर , 2 मिडल और 2 अप्पर सीट होती है साथ ही 1 साइड अप्पर और लोवर सीट भी होती है। गोपनीयता के लिए 6 सीट के केबिन और 2 साइड सीट के लिए अलग अलग परदे होते है
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Sleeper क्लास (SL)
इस क्लास की सभी सीटों की बनावट 3AC की तरह ही होता है एक कैबिन में 8 सीटें होती है, 2 लोवर सीट , 2 मिडल और 2 अप्पर सीट होती है साथ ही 1 साइड अप्पर और लोवर सीट भी होती है परंतु एयर कंडीशनर और परदे की सुविधा नही होती। गोपनीयता के लिए केवल लाइट बंद कर सकते है।
Car Cheir (CC) Coach
इस श्रेणी के यात्रियों के लिए केवल बैठने के लिए सीट दी जाती है जोकि फूल एयर कंडीशनर के साथ होती है। यह श्रेणी केवल कुछ चुनिंदा दिनों तक ही सीमित है। यह कम दूरी के लिए VIP सुविधा के लिए होती है।
FAQ:-
2. एक ट्रेन में कितने डब्बे होते हैं?
एक पैसेंजर ट्रेन में ज्यादा से ज्यादा 24 डब्बे होते है सामान्यतः 12 से 24 के बीच होते है यह ट्रेन और रूट पर निर्भर करता है। एक एक्सप्रेस ट्रेन में 22 डब्बे (coach) होते है।
3. D1 और DL1 में क्या अंतर होता है?
D1 कोच जिसे सेकंड सिटिंग के नाम से जाना जाना है इस कोच में लगभग 70 सीटें होती है और यह सामान्यत: ट्रेन में आगे की तरफ होता है। जबकि DL1 कोच में केवल 31 सीटें होती है और यह कोच ट्रेन में सबसे पीछे की तरफ होता है क्युकी लोकडाउन में सीटें कम पड़ने की वजह से ट्रेन के एक और छोटा कोच जोड़ दिया गया।
3. भारतीय ट्रेन कितने मीटर लंबी होती है?
भारतीय रेल लगभग 650 मीटर लंबी होती है क्युकी एक कोच की लंबाई लगभग मीटर होती है और एक भारतीय ट्रेन में लगभग 24 कोच होते है। इस हिसाब से ट्रेन की कुल लंबाई 650 मीटर होती है।
Note: कोरोना आपातकाल प्रोटोकॉल को नजर रखते हुए कुछ सेवाओं जैसे कंबल, तकिया और टावल की सेवा फिलहाल रद्द कर दी गई है यात्रीगण कृपया कंबल घर से ही लेकर चलें
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